पापमोचनी एकादशी व्रत कथा (चैत्र-कृष्ण पक्ष ) कथा के अनुसार, भगवान श्री कृष्ण ने स्वयं अर्जुन को पापमोचनी एकादशी व्रत के महत्व के बारे में बताया था। इस कथा के अनुसार, राजा मांधाता ने लोमश ऋषि से जब पूछा कि अनजाने में हुए पापों से मुक्ति कैसे हासिल की जाती है? तब लोमश ऋषि ने […]
Continue readingआमलकी एकादशी व्रत कथा (फाल्गुन- शुक्ल पक्ष)
आमलकी एकादशी व्रत कथा (फाल्गुन- शुक्ल पक्ष) अट्ठासी हजार ऋषियों को सम्बोधित करते हुए सूतजी ने कहा – “हे विप्रो! प्राचीन काल की बात है। महान राजा मान्धाता ने वशिष्ठजी से पूछा- ‘हे वशिष्ठजी! यदि आप मुझ पर प्रसन्न हैं तो ऐसे व्रत का विधान बताने की कृपा करें, जिससे मेरा कल्याण हो।’ महर्षि वशिष्ठजी […]
Continue readingविजया एकादशी व्रत कथा (फाल्गुन- कृष्ण पक्ष)
विजया एकादशी के व्रत को करने से विजय की प्राप्ति होती है| इस दिन भगवान विष्णु की पूजा करते हैं और व्रत कथा को सुनते हैं | इस व्रत कथा के श्रवण करने या पढ़ने से सभी पाप नष्ट हो जाते हैं, उसे वाजपेय यज्ञ का फल प्राप्त होता है | एक बार धर्मराज युधिष्ठिर […]
Continue readingजया एकादशी व्रत कथा (माघ-शुक्ल पक्ष)
जया एकादशी व्रत कथा (माघ-शुक्ल पक्ष) माघ महीने की शुक्ल पक्ष की एकादशी को जया एकादशी व्रत रखा जाता है इस दिन भगवान विष्णु की पूजा करते हैं और जया एकादशी व्रत कथा को सुनते हैं | इस व्रत कथा के सुनने से व्रत का पूर्ण फल प्राप्त होता है, इस व्रत के महत्व का […]
Continue readingषटतिला एकादशी व्रत कथा (माघ- कृष्ण पक्ष)
षटतिला एकादशी व्रत कथा (माघ- कृष्ण पक्ष) माघ माह के कृष्ण पक्ष मे आने वाली इस एकादशी को षटतिला एकादशी कहा जाता है। षटतिला एकादशी का महत्त्व: एक समय दालभ्य ऋषि ने पुलस्त्य ऋषि से पूछा कि हे महाराज, पृथ्वी लोक में मनुष्य ब्रह्महत्यादि महान पाप करते हैं, पराए धन की चोरी तथा दूसरे की […]
Continue readingपुत्रदा एकादशी व्रत कथा (पौष – शुक्ल पक्ष)
पुत्रदा एकादशी व्रत कथा (पौष – शुक्ल पक्ष) भगवान श्रीकृष्ण धर्मराज युधिष्ठिर को पौष पुत्रदा एकादशी की कथा सुनाते हैं : पौष माह के शुक्ल पक्ष मे आने वाली इस एकादशी को पौष पुत्रदा एकादशी कहा जाता है। इसमें भगवान श्रीनारायण की पूजा की जाती है। विधिपूर्वक इस व्रत को करना चाहिए। इस चर और […]
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