शिव पुराण का पाठ करने से मनुष्य को क्या-क्या प्राप्त हो सकता है ?
श्री व्यासजी ने बताया शिव पुराण को आदरपूर्वक पढ़ने अथवा सुनने से सभी पाप नष्ट हो जाते हैं। इसे पहली बार पढ़ने या सुनने से सारे पाप भस्म हो जाते हैं। दूसरी बार सुनने या पढ़ने से भक्तिहीन को भक्ति व भक्त को भक्ति की समृद्धि प्राप्त होती है। तीसरी बार सुनने या पढ़ने से मुक्ति मिल जाती है। अपनी मनोकामना पूर्ण करने हेतु इसका पांच बार पाठ करना चाहिए। प्राचीन काल में शिव पुराण का सात बार पाठ कर अनेक राजाओं, ब्राह्मणों और वैश्यों ने साक्षात शिव दर्शन किए। इस पवित्र ग्रंथ को भक्तिपूर्वक सुनने या पढ़ने वाला मनुष्य संसार में सभी सुखों को भोगकर मोक्ष को प्राप्त कर लेता है। शिव पुराण भगवान शिव को बहुत प्रिय है। यह वेदों के समान भोग और मोक्ष देने वाला है। शिव पुराण का पाठ करने वाले मनुष्य पर देवाधिदेव महादेव की सदा करुणामयि कृपादृष्टि रहती है। वे सदा सबका कल्याण करते हैं।
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